विभाग तेरावा : घ - जलपैगुरी
छप्पन देशचे राजे — दक्षिण हिंदुस्थानांत अशी एक जुनी कल्पना प्रचलित आहे कीं, हिंदुस्थानांत एकंदर छप्पन देश असून, त्यांचे छप्पन राजे आहेत. या छप्पन देशांचीं नांवें पुढील प्रमाणें आहेतः- (१) अंग, (२) अरूण, (३) अवंति, (४) आंदिर, (५) इलाड (लाट), (६) ओदिय, (७) करूष, (८) कलिंग, (९) कन्रड, (१०) कन्नाड, (११) काश, (१२) काश्मीर, (१३) कंधार, (१४) कंबोज, (१५) किडार, (१६) कुरूकु, (१७) कूडक, (१८) कुंतल, (१९) कुरू, (२०) कुलिंद, (२१) कू(गुर्ज्ज)र्च्चर, (२२) केकय, (२३) केरल, (२४) कोंगन (कोंकण?), (२५) कोल्ल (कोळवण), (२६) कोसल, (२७) शक, (२८) शबर, (२९) शाल्व, (३०) सिंग(ह?) ल, (३१) सिंधु, (३२) शीन (सेन?), (३३) शूरसेन, (३४) शोल (चोल), (३५) शोनक, (३६) दिराविड (द्रविड), (३७) तुळुव, (३८) तॅगन, (३९) निदद (निषाद?), (४०) नेपाल, (४१) पप्पर, (४२) पल्लव, (४३) पांचाल, (४४) पाण्ड्य, (४५) पुलिंद, (४६) पोड (पौण्ड्र?), (४७) मगध, (४८) मत्स्य, (४९) मरात, (५०) मल्याळ, (५१) मालव, (५२) यवन, (५३) युगन्द, (५४) वङ्ग, (५५) वङ्गाल (बंगाल), आणि (५६) विदर्भ. [पं. नटेशशास्त्री—इंडियन अँटिक्वरी, पु.१६, पृ.२३१.]